दिगंता दत्ता एक वन्य जीव प्रेमी भी हैं !किसी अन्य प्रमाण की आवश्यकता नहीं शाम की चाय, दिन भर की बातें बहुत पढ़ लिया : फुर्सत के पल डा सुवर्णा बैंके के अंदाज में प्रोफेसर पी के आहलुवालिया का अति प्रेरणा दाई व्याख्यान क्या कंप्यूटर लैब सिर्फ़ प्रैक्टिकल करने के लिए होता है? शायद हाँ ! ख़ास कर जब डाकटर टी अफसर भाषा खडें हो अकादमिक स्टाफ कालेज, शिमला में रेफ्रेषर कोर्स के दौरान खीचें कुछ फोटो बहुत दिनों बाद ब्लॉग पर होस्ट कर पाया हूँ। देरी के लिए क्षमा। यह उन दिनों की खट्टी - मीठी यादों को संजोने का प्रयास है। किसी के लिए भी फिर से विद्यार्थी बनना एक अभूतपूर्व उनुभव होगा!
आशा करता हूँ आप लोगों की प्रतिक्रिया जरुर मिलेगी।
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